चाय है चुस्की के लिये,जाम है महफ़िल के लिये

चाय है चुस्की के लिये,
जाम है महफ़िल के लिये।
मेरी महफ़िल हो जो तुम
तुम हो बस हमारे लिए।।
पलके हैं जो ऑखों के लिये
ऑखें हैं नज़ारो के लिये।
मेरी ऑखों का नज़ारा हो तुम
तुम हो बस हमारे लिये ।।
ओट हैं जो लब्ज़ो के लिये
लब्ज़ हैं जो फ़साने के लिये।
मेरे फ़साने की किताब हो तुम
तुम हो बस हमारे लिये ।।
आशिक़ी हैं दिल के लिये
दिल हैं जो धड़कने केलिये ।
मेरी दिल की धड़कन हो तुम
तुम हो बस हमारे लिये ।।
तेरे संग मैं ही तो हूँ
मेरे संग जो तुम्ही तो हो।
साँसें हैं जो जीने के लिये
मेरा जीवन हो बस तुम
पूरी ज़िन्दगी बस तुम्हारे लिये।।
  Total Deep poetry Shyari
(प्रेम की गहराईयों तक , मासूम
अहसास तक को महसूस
करने वाले हर दिल को समर्पित)
ये लेखक की अपनी  मौलिक रचना है।
 इसे किसी भी रूप में इसका किसी भी
 प्रकार audio,video,print etc माध्यम
 से या इसके किसी भी भाग को तोड़ मरोड़कर
 प्रकाशित करने पर   कड़ी  कानूनी कार्रवाई
 की जायेगी। 
All right reserved.No part of this
 content may not copied,reproduce
,adapted . In any way print electronic
 audio video etc medium 
Under  copyright act 1957. 
वैधानिकचेतावनी। इस कविता का किसी भी रूप
 में  ऑडियो,वीडियो , किसी भी रूप में व्यावसायिक 
उपयोग हेतु लेखक की अनुमति अनिवार्य है।
 under copyright act 
KULDEEP SINGH NEGI

        




टिप्पणियाँ

  1. अति सुंदर पोएट्री लिखीं है sir आपने दिल को छू जा ने वाली

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  2. Sir really loving romantic song
    Anita Sharma Fashion Designer

    जवाब देंहटाएं

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